मेरा बचपन

 


मेरी माँ मुझको बतलाती

बचपन की एक बात सुनाती

जब भी मैं स्कूल से आती,

भूख ज़ोर की मुझे सताती


माँ कहती, "दो मिनट" मुझे दो

अभी लाती हूँ कुछ खाने को

जब तक माँ कुछ लेकर आती

बैठे बैठे मैं सो जाति 

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